Sunday, September 11, 2016

पैसा

पैसा है अपना रंग तोह दिखायेगा ही।

ज़िन्दगी की राहों पे बेहका देता है।
ना चाहते भी गलतियां करवा देता है।
भीड़ में भी इक दिन दौड़ायेगा ही।
पैसा है अपना रंग तोह दिखायेगा ही।

अपनों को अपनों से लड़ा देता है।
दोस्तों से दुश्मन बना देता है।
माँ बाप को ठोकर मरवा देता है।
भाइयों को भाइयों से लड़वायेगा ही।
पैसा है अपना रंग तोह दिखायेगा ही।

बुराईयों की राह पे चलना ये सिखाये।
गलत आदतों को पलना ये सिखाये।
पल पल में ये हमको बहकाये।
गुरुर में इक दिन डुबायेगा ही।
पैसा है अपना रंग तोह दिखायेगा ही।

मज़बूरियों में गलत राहों पर चला देता है।
चोरी डकैती जैसे काम करवा देता है।
अपनों को दो निबाले खिलाने की खातिर।
सड़कों पर भीख तक मंगवाएगा ही।
पैसा है अपना रंग तोह दिखायेगा ही।

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